Monday, June 29, 2009

कह नहीं सकते



इस शहर में तेरी सोच बदल जाये कह नहीं सकते
इस चेहरे पर दूसरा चेहरा लग जाये कह नहीं सकते
यह संकेत, अफवाएं और यह संदर्भ, घटनाएं
यह पूरा नक्शा कब बदल जाये कह नहीं सकते
मेरी आवाज पर बंदिशें लगाना इतना आसां नहीं
तुम्हारा साज कब बदल जाये कह नहीं सकते
जिनके घर शीशे के हो वो जरा संभल कर रहे
यहां किस पल में क्या हो जाये कह नहीं सकते

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